
Bhagalpur News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद पहली बार भागलपुर पहुंचे। उनका यह दौरा राजनीतिक नजरिए से भले ही औपचारिक न रहा हो, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इसे वीवीआईपी मूवमेंट मानते हुए शहर भर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे। मुख्यमंत्री अपने करीबी मित्र उदय कांत मिश्रा के भीखनपुर स्थित आवास पर उनकी माता के श्राद्ध कर्म में शामिल होने पहुंचे, जहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री विशेष विमान से भागलपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां सुरक्षा व्यवस्था की कमान स्वयं कमिश्नर हिमांशु कुमार, जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी और वरीय पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने संभाली। एयरपोर्ट पर मूवमेंट से पहले ही पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में था। शहर के प्रमुख मार्गों—एयरपोर्ट रोड, बरारी मोड़, और भीखनपुर की ओर जाने वाले रास्तों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। कई स्थानों पर ट्रैफिक को नियंत्रित किया गया ताकि मुख्यमंत्री का काफिला बिना किसी बाधा के गुजर सके।
भीखनपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री सीधा उदय कांत मिश्रा के घर पहुंचे और परिजनों से मिलकर उनकी माता के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की। वे करीब 10 मिनट तक घर पर रुके। इस दौरान पूरा इलाका सुरक्षा की दृष्टि से सील जैसा रहा, ताकि भीड़भाड़ न हो और कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो सके।
हालांकि यह दौरा केवल निजी कारणों से था, लेकिन चुनाव के बाद मुख्यमंत्री के पहले आगमन को लेकर स्थानीय लोगों में उत्सुकता साफ देखी गई। कार्यालयों से लेकर प्रशासनिक हलकों तक, सभी इस दौरे को लेकर तैयार दिखे। कुल मिलाकर, मुख्यमंत्री की यह संक्षिप्त यात्रा भावनात्मक होने के साथ-साथ सुरक्षा और प्रशासनिक सतर्कता का भी उदाहरण बनी।




