
Bhagalpur News: भागलपुर के जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय से जुड़ा एक गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासनिक कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक आवेदक ने सुनवाई के दौरान कार्यालय में अवैध तरीके से कार्य कराने, धमकी देने, दुर्व्यवहार और निष्पक्ष सुनवाई में बाधा उत्पन्न करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को लिखित शिकायत सौंपी गई है।
मामला 16 दिसंबर 2025 का बताया जा रहा है, जब आवेदक जितेंद्र कुमार अपने प्रथम अपील की सुनवाई के लिए जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय, भागलपुर पहुंचा था। शिकायत के अनुसार, निर्धारित समय पर लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इसी दौरान उनके अनुपस्थिति में एक कर्मी द्वारा अवैध रूप से सुनवाई की प्रक्रिया संचालित की जा रही थी।
आवेदक का आरोप है कि जब उसने इस पर आपत्ति जताई और पदाधिकारी से मिलने की मांग की, तो संबंधित कर्मी द्वारा उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया और धमकी दी गई। आरोप है कि उसे जेल भेजने तक की बात कही गई और कार्यालय से बाहर निकलने के लिए दबाव बनाया गया। इतना ही नहीं, मोबाइल फोन पर किसी वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश करने पर भी उसे रोका गया।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि पूरे घटनाक्रम का CCTV फुटेज मौजूद है, जिसकी जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है। आवेदक ने आरोप लगाया कि बीते कई वर्षों से कार्यालय में इसी तरह मनमानी तरीके से सुनवाई की जाती रही है, जिससे आम नागरिकों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
इस पूरे मामले को लेकर आवेदक ने मुख्य सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को लिखित शिकायत देकर निष्पक्ष जांच, वीडियोग्राफी के साथ सुनवाई और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर आरोप पर क्या रुख अपनाता है और क्या आम जनता को न्यायपूर्ण और भयमुक्त शिकायत निवारण प्रणाली मिल पाएगी या नहीं।




