
Bhagalpur भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा में शनिवार सुबह प्रशासनिक सतर्कता का बड़ा उदाहरण देखने को मिला, जब तृतीय खंड में अचानक औचक छापेमारी की गई। विधि-व्यवस्था को लेकर लगातार निगरानी बनाए रखने के उद्देश्य से की गई इस कार्रवाई का नेतृत्व अपर समाहर्ता (विधि व्यवस्था) राकेश रंजन और पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-02 मोहम्मद अयूब खान ने किया।
छापेमारी टीम में पुलिस उपाधीक्षक साइबर सिक्योरिटी और जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी शामिल रहे। टीम के अधिकारियों ने कारा परिसर में प्रवेश करते ही सुरक्षा व्यवस्था, बैरक की स्थिति, कैदियों की गतिविधियों और वहां उपलब्ध संसाधनों की गहनता से जांच की। जांच के दौरान टीम ने प्रत्येक वार्ड की तलाशी ली और सुरक्षा मानकों की समीक्षा की।
सख्त जांच-पड़ताल के बावजूद कारा के तृतीय खंड में स्थिति पूरी तरह सामान्य पाई गई। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी का उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत रखना, संभावित अनुचित गतिविधियों पर रोक लगाना और प्रशासनिक नियंत्रण सुनिश्चित करना है।
भागलपुर जैसी संवेदनशील और बड़े जिलों में जेल प्रशासन हमेशा से खास निगरानी में रहता है। ऐसे में समय-समय पर की जाने वाली औचक छापेमारियां सुरक्षा मानकों को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं। अधिकारियों ने बताया कि आगे भी ऐसे निरीक्षण जारी रहेंगे ताकि कारा प्रबंधन में पारदर्शिता और शुचिता बनी रहे।
जिला प्रशासन द्वारा की गई यह कार्रवाई संदेश देती है कि सुरक्षा और व्यवस्था के मामले में किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संयुक्त निदेशक जनसंपर्क, भागलपुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में इसे एक नियमित लेकिन महत्वपूर्ण सुरक्षा समीक्षा करार दिया गया है।




