
नई दिल्ली, 11 दिसम्बर 2025—बिहार चुनाव के बाद आज नई दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार मुलाक़ात की। यह भेंट न केवल आत्मीय रही बल्कि राष्ट्रसेवा, सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक गौरव की भावनाओं से परिपूर्ण रही। श्री चौबे ने मुलाक़ात को अत्यंत प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के स्नेह, मार्गदर्शन और आशीर्वाद से उन्हें नई ऊर्जा और उत्साह प्राप्त हुआ है।
इस अवसर पर श्री चौबे ने पटना के गांधी मैदान में 6 जुलाई 2025 को आयोजित भगवान परशुराम जन्म महोत्सव के दौरान सनातन महाकुंभ में पूजित भगवान श्रीराम की दैदीप्यमान प्रतिमा प्रधानमंत्री जी को ससम्मान समर्पित की। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि भारत की सनातन परंपरा और सांस्कृतिक गौरव का अमिट चिह्न भी है।
कला और संस्कृति के सम्मान में उन्होंने अंग प्रदेश की विशिष्ट मंजूषा पेंटिंग, मिथिला की विख्यात मधुबनी पेंटिंग और दोनों कलाओं की भव्यता को समाहित करता हुआ मिश्रित अंग वस्त्र भी प्रधानमंत्री को भेंट किया। ये उपहार बिहार की समृद्ध लोक—कला परंपरा तथा उसकी ऐतिहासिक पहचान का प्रतीक हैं।
इसके साथ ही श्री चौबे ने अपनी पुस्तकें— “सनातन संग भारत, सनातन संवाद” और “केदारनाथ की त्रासदी (त्रिनेत्र)” —की प्रति प्रधानमंत्री को भेंट कीं। ये पुस्तकें भारतीय संस्कृति, धर्मचिंतन और राष्ट्रीय चेतना को नई दृष्टि प्रदान करती हैं।
बैठक के दौरान राष्ट्रहित, विकास, सांस्कृतिक संरक्षण और जनसेवा से जुड़े अनेक विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। श्री चौबे ने कहा कि यह मुलाक़ात सौहार्द, प्रेरणा और देश की उन्नति के प्रति प्रतिबद्धता का अनुपम संगम रही। प्रधानमंत्री द्वारा प्रदत्त आशीर्वाद ने उन्हें जनता की सेवा के प्रति और अधिक दृढ़ संकल्पित किया है।




