
Patna News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना डेयरी प्रोजेक्ट, सुधा फुलवारीशरीफ का विस्तृत निरीक्षण किया। प्रोडक्शन हॉल से लेकर आइसक्रीम प्लांट, दही कोल्ड रूम और आधुनिक प्रोसेसिंग यूनिट तक उन्होंने हर सेक्शन में जाकर कामकाज की बारीकी से समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने उत्पादों की गुणवत्ता, आधुनिक तकनीक के उपयोग और उत्पादन क्षमता पर अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।
इसके बाद कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने डेयरी विकास, दुग्ध समितियों के विस्तार और भविष्य की कार्ययोजना पर अधिकारियों से सीधे फीडबैक लिया।
“दुग्ध समितियों का नेटवर्क बढ़ाएँ, किसानों को स्थायी आमदनी मिलेगी” — मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ खेती और पशुपालन है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामस्तर पर दुग्ध सहकारी समितियों का तेजी से विस्तार करें।
उन्होंने कहा—
“जितने अधिक लोग दुग्ध समितियों से जुड़ेंगे, उतनी ही उनकी आय बढ़ेगी। इससे रोजगार भी पैदा होगा और बिहार दुग्ध उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा।”
उन्होंने डेयरी प्लांट की क्षमता बढ़ाने, प्रोक्यूरमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और कर्मचारियों के लिए आवास की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
कॉम्फेड की बड़ी उपलब्धियाँ और विस्तार की महत्वाकांक्षी योजना
बैठक में कॉम्फेड के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक ने बताया—
- बिहार में 21,000+ ग्रामस्तरीय दुग्ध सहकारी समितियाँ सक्रिय हैं।
- इनसे 7.5 लाख पशुपालक जुड़े हैं, जिनमें 25% यानी 1.9 लाख महिलाएँ शामिल हैं।
- प्रतिदिन 22 लाख किलोग्राम दूध संग्रह किया जाता है, जो आवश्यकता पड़ने पर 30 लाख किलोग्राम तक पहुँच जाता है।
- कॉम्फेड की कुल दूध प्रसंस्करण क्षमता अब 54 लाख लीटर प्रतिदिन है।
उन्होंने बताया कि नालंदा डेयरी में स्थापित UHT सुविधा से सुधा दूध की सप्लाई देश भर में बढ़ी है। पूर्वोत्तर राज्यों से लेकर भारतीय सेना तक सुधा का टेट्रा पैक दूध भेजा जा रहा है।
सुधा—ब्रांड जिसने बिहार को देशभर में पहचान दिलाई
सुधा प्रतिदिन
- 18 लाख लीटर पाउच दूध बेच रहा है
- और 3.5 लाख लीटर विभिन्न दुग्ध उत्पाद तैयार कर रहा है।
सुधा के घी, पनीर, आइसक्रीम, फ्लेवर्ड मिल्क और मिठाइयाँ पूरे देश में लोकप्रिय हैं। मार्च 2025 में कॉम्फेड ने 5 MT घी अमेरिका और 8 MT गुलाबजामुन कनाडा निर्यात कर बिहार को वैश्विक बाजार में नई पहचान दी।
किसानों की तरक्की—सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि रोड मैप के लागू होने के बाद से राज्य में दूध उत्पादन में बड़ा उछाल आया है।
उन्होंने कहा—
“किसानों और पशुपालकों की तरक्की से ही बिहार की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। सरकार हर स्तर पर उनकी सहायता जारी रखेगी।”
निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारी
निरीक्षण के दौरान पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव एवं कॉम्फेड की अध्यक्ष डॉ. एन. विजयलक्ष्मी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी डॉ. गोपाल सिंह, सचिव डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. एवं अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।




